माइक्रोसॉफ़्ट के संस्थापक बिल गेट्स और उनकी पत्नी मेलिंडा ने कहा है कि नए टीकों के विकास और वितरण के लिए अगले दस वर्षों में वे दस लाख डॉलर की राशि दान में देंगे.
दावोस, स्विट्ज़रलैंड में वर्ल्ड इकॉनॉमिक फ़ोरम में बोलते हुए बिल गेट्स ने कहा कि लक्ष्य यह है कि विकासशील देशों के 90 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण हो सके.
पिछले दस सालों में गेट्स दंपति ने टीकों के विकास और वितरण के लिए 4.5 अरब डॉलर की राशि दान में दी है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस घोषणा को 'अभूतपूर्व' बताया है.
बिल गेट्स ने कहा है कि अगर ग़रीब देशों के 90 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण हो सके तो वर्ष 2010 से 2019 के बीच क़रीब 76 लाख बच्चों की जान बचाई जा सकती है.
एक बयान में उन्होंने कहा, "हमें इस दशक को टीकों का दशक बनाना चाहिए."
उन्होंने कहा है, "टीकों की वजह से विकासशील देशों में पहले से ही लाखों लोगों का जीवन बचा और बेहतर हुआ है. आविष्कारों से पहले की तुलना में ज़्यादा बच्चों की ज़िंदगी बचाना संभव हो सकेगा."
उनका कहना है कि डायरिया और निमोनिया के लिए जो टीके विकसित हो चुके हैं उनके निर्माण और वितरण के लिए पैसों की ज़रुरत है.
मेंलिंडा गेट्स ने कहा, "टीके चमत्कार हैं. कुछ ही ख़ुराक से वे कई बीमारियों से जीवन भर के लिए बचा सकते हैं."
उनका कहना था, "हमने टीकों का चमत्कारी प्रभाव बच्चों के जीवन में देखा है इसलिए हमने गेट्स फ़ाउंडेशन के लिए टीकों को पहली प्राथमिकता बना लिया है."

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