लंदन। आजकल के यंगस्टर कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं और आम धारणा है कि यंगस्टरों में सिरदर्द की एक वजह यह भी है लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। एक नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि संगीत की वजह से यंगस्टरों में सिरदर्द हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने सिरदर्द और संगीत सुनने की अवधि के बीच एक संबंध देखा है। शोधकर्ताओं ने 1,025 यंगस्टरों पर अध्ययन किया। इस अध्ययन में कम्प्यूटर गेम्स खेलने, मोबाइल फोन के इस्तेमाल या टेलीविजन देखने और सिरदर्द या माइग्रेन के बीच कोई संबंध नहीं देखा गया।
यद्यपि प्रतिदिन एक या दो घंटे तक संगीत सुनने और सिरदर्द के बीच संबंध देखा गया। जर्मनी में म्यूनिख की लडविग-मैक्सीमिलिएंस-युनीवर्सिटी की अध्ययनकर्ता मिल्डी-बुश ने शोधकर्ताओं के एक दल के साथ यह अध्ययन किया। अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के संपर्क में रखकर उनमें अलग-अलग तरह से सिरदर्द को जांचा गया।
बुश ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अत्यधिक इस्तेमाल का स्वास्थ्य पर गहरा और विपरीत प्रभाव देखा गया। इससे मोटापा या नियमित रूप से व्यायाम न करने जैसी समस्या आई और थकान, तनाव, एकाग्रता में परेशानी, निद्रा में कमी जैसे लक्षण देखे गए।
शोधकर्ताओं ने अध्ययन में 489 ऐसे किशोरों को शामिल किया जिनमें सिरदर्द की समस्या थी और 536 ऐसे किशोर थे जिनमें यह परेशानी नहीं थी।
जब किशोरों के दोनों समूहों की तुलना की गई तो उनमें टेलीविजन देखने, इलेक्ट्रॉनिक गेम खेलने, मोबाइल फोन या कम्प्यूटर के इस्तेमाल से जुड़ी कोई परेशानी नहीं देखी गई।
यद्यपि प्रतिदिन सुने जाने वाले संगीत और सिरदर्द के बीच संबंध देखा गया। बुश के मुताबिक यह पता नहीं लगाया जा सका है कि सिरदर्द का कारण संगीत सुनने की आदत थी या यह दर्द स्वयं चिकित्सा द्वारा आराम प्राप्त करने की कोशिश का परिणाम था।

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