चुस्त बनें
हमारे व्यस्त जीवन में समय निकाल पाना बहुत मुश्किल है। खासकर जो लोग काम पर जाते हैं, वे दिल की बीमारियों के जोखिम से घिर जाते हैं। जो समय का उचित प्रबंधन कर पाते हैं वे बताएँगे कि उनके पास कितनी अतिरिक्त ऊर्जा है और वे पूर्व में नियमित व्यायाम करने की शुरुआत करने के मुकाबले अब कितना ज्यादा कार्य करने में सक्षम हैं। इसलिए कोई बहाना न बनाएँ, तुरंत चुस्त होने की दिशा में कदम उठाएँ।
क्यों जरूरी है चुस्त रहना
प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने से आप हृदय की बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं। बिना किसी नियमित शारीरिक गतिविधि के शरीर धीरे-धीरे अच्छा कार्य करने की क्षमता और शक्ति खो देता है।
सलाह
स्वस्थ हृदय रखने के लिए प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट के संतुलित व्यायाम या प्रति सप्ताह 75 मिनट के कठोर व्यायाम या दोनों के संयोजन की सलाह दी जाती है। कसरत आपके शरीर में गति पैदा कर कैलोरी (ऊर्जा) को खत्म करती है,जैसे सीढ़ी चढ़ने से या खेलने से शरीर की ऊर्जा खर्च होती है।
एरोबिक (करतबी) व्यायाम आपके हृदय को फायदा पहुँचाते हैं। टहलना, दौड़ना, तैरना और साइकल चलाना आदि कई तरह की कसरतें फिटनेस का स्तर ऊँचा रखती हैं। कठोर और खिंचाव वाले व्यायाम संपूर्ण शक्ति और लचीलेपन के लिए सर्वोत्तम हैं। सबसे सकारात्मक और सरल है टहलना शुरू करना। यह आनंददायक, निःशुल्क, सामाजिक और बेहतरीन व्यायाम है।


सबसे अहम क्या है?
हो सकता है आप बहुत खा रहे हों, लेकिन आपको अन्य आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल रहे हों। पोषक तत्वों से प्रचुर भोजन में विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर (रेशेयुक्त) और अन्य पोषक तत्व होते हैं, लेकिन कम कैलोरी में। अपने लिए आवश्यक पोषक तत्व के लिए ऐसा भोजन चुनें जिनमें सब्जियाँ, फल, सभी तरह के अनाज और वसामुक्त या कम वसा वाले डेयरी उत्पाद शामिल हों।
नियमित व्यायाम
नियमित व्यायाम से उच्च रक्तचाप कम करने में तो मदद मिलती ही है, इसके अतिरिक्त इससे एचडीएल (कोलेस्ट्रॉल) बढ़ता है। इंसुलिन का उपयोग बेहतर होता है, वजन कम होता है।

वजन कम करें
हृदय की बीमारी का एक बड़ा कारण कमर पर जमा अतिरिक्त वसा है। मोटापे के कारण उच्च रक्तचाप, रक्त में उच्च कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज (मधुमेह) जैसी समस्याओं का खतरा रहता है। शरीर नाशपाती के आकार का होना चाहिए, सेब के आकार का नहीं।

क्या खाएँ
सब्जियों और फलों में विटामिन मिनरल्स और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं। इनमें कम कैलोरी होती है। कई तरह के फल और सब्जियाँ खाने से वजन कम करने के साथ रक्तचाप भी नियंत्रित किया जा सकता है। आधुनिक अनुसंधान से स्पष्ट है कि मछली में मौजूद ओमेगा 3 वसा अम्ल (सैलमन, ट्राउट और हेरिंग) खाने से कोरोनरी आर्टरी (हृदय धमनी की बीमारी) से मृत्यु की आशंका कम हो जाती है।

वसा मुक्त, 1 प्रतिशत वसा और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद चुनें। वनस्पति तेल वाला भोजन न करें। तले-भुने भोजन और बेकरी उत्पादों से बचना चाहिए या उन्हें बहुत कम लेना चाहिए। प्रतिदिन 300 मिलीग्राम से कम कोलेस्ट्रॉल खाने का लक्ष्य बनाएँ। भोजन को कम से कम नमक के साथ या बिना नमक के तैयार करें। प्रतिदिन 1500 मिग्रा से कम सोडियम (नमक में पाया जाने वाला तत्व) खाने का लक्ष्य बनाएँ।

शराब से करें तौबा
किसी भी रूप में धूम्रपान और शराब का सेवन न करें। इसे छोड़ दें। धूम्रपान करने वालों और शराब पीने वालों को दिल की कई चिरकालिक बीमारियाँ होने का जोखिम रहता है।

बेहतर खाएँ
स्वस्थ आहार और संतुलित जीवनचर्या कॉर्डियोवैस्कुलर (हृदयसंवहन की) बीमारी से लड़ने के लिए सर्वोत्तम हथियार हैं। हालाँकि स्वस्थ खाने के विषय में कई भ्रांतियाँ भी प्रचलित हैं। यह आश्चर्यजनक नहीं है कि हम में से ज्यादातर लोग अलग-अलग तरह की वसा के विषय में भ्रम में रहते हैं। नमक की खपत, मांसाहार और डेयरी उत्पादों के विषय में भी हमारे मन में कई प्रश्न हैं। विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी इकट्ठा कर स्वास्थ्य अनुकूल निर्णय लें।

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